Wednesday, May 30, 2018

आयुर्विन नुट्रीगेन पाउडर के फायदे एवं नुकसान {BENEFITS AND SIDE EFFECTS OF AYURWIN NUTRIGAIN POWDER IN HINDI}

आयुर्विन नुट्रीगेन पाउडर के फायदे एवं नुकसान(

NUTRIGAIN WEIGHT GAIN CAPSULES IN HINDI – HOW TO USE – BENEFITS – PRICE – REVIEW)





नुट्रिगइन पाउडर के सामाग्री (Ingredients of Ayurwin Nutrigain Powder in Hindi)

आयुर्विन नुट्रीगेन कैप्सूल (Ayurwin Nutrigain Plus Capsules), एक हर्बल हेल्थ सप्लीमेंट है। इसके सेवन से शरीर का वज़न बढ़ता है और पतलापन दूर होता है। यह भूख, पाचन और मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है जिससे वज़न बढ़ता है। यह उन लोगों के लिए टॉनिक है जो की दुबलेपन की शिकायत से परेशान है। नुट्रीगेन में आयुर्वेद के जाने माने घटक है जैसे की अश्वगंधा, शतावरी, मुस्ली, इला, आंवला, त्रिकटु आदि। इसके सेवन से शरीर में भूख बढ़ती है और पित्त का अधिक स्राव होता है, जिससे पाचन बेहतर होता है।





  • कार्बोहायड्रेट / Carbohydrate : 74 Gm
  • जीरक Jeeraka Extract : 0.5 Gm
  • प्रोटीन / Protein : 15 Gm
  • पिप्पली Pippali Extract : 0.1 Gm
  • फैट / Fat : 5 Gm
  • मरिचा Maricha Extract : 0.1 Gm
  • द्राक्षा / Grapes Extract : 1 Gm
  • शुण्ठी Shunti Extract : 0.1 Gm
  • खजूर Dates Extract : 1 Gm
  • आमलकी Amalaki Extract : 0.1 Gm
  • सारिवा Sariva Extract : 0.8 Gm
  • शतावरी Shatavari Extract : 0.1 Gm
  • अश्वगंधा Ashwagandha Extract : 0.5 Gm
  • मुस्ली Mushali Extract : 0.1 Gm
  • गोखरू Gokshura Extract : 0.5 Gm
  • इलाइची Elaichi Extract : 0.1 Gm
  • शहद Madhu (honey) : 0.5 Gm



नुट्रिगइन कैप्सुल के सामाग्री (Ingredients of Ayurwin Nutrigain capsules in Hindi)

  • अश्वगंधा Ashwagandha : 50mg
  • गोखरू Gokshura : 50mg
  • शतावरी Shatavari : 50mg
  • पिप्पली Pippali : 50mg
  • मुस्ली / Mushali : 50mg
  • मारीचा / Maricha : 50mg
  • आंवला / Amalaki : 40mg
  • शुण्ठी Shunti : 50mg
  • छोटी इलाइची Elaichi : 50mg
  • जीरा / Jeeraka : 50mg
१) इलाइचि के बीज पाचक,वात हर,पोशाक,और कफ से आराम देता है।ये मूत्र में होने वाले विकारो में राहत देता है। ये शरीर को स्वस्थ बनाने में काफी लाभप्रध है।
२) अश्वगंधा,शतावरी और सफ़ेद मूसली एक प्रकार के हैल्थ टॉनिक में काम आने वाली ओषधि है। इसे जिन्सेंग कहा जाता है। ये वजन को बढाती है। और depression से राहत दिलाती है।
३) अदरक को शुनती भी कहा जाता है।ये एंटी एलेर्जिक ,सूजन कम करने ,कसरोधक,हर्दई ,पाचन,और ब्लड शुगर कंट्रोल करने गुण है। ये भूख बढ़ाने वाला टॉनिक है।
४) पीपल ख़ासी,दमा,अपच में बहुत लाभप्रध है। ये एक प्रकार की टॉनिक है जो शहद के साथ मिल कर बहुत सारी बीमारियो से लड़ने में शक्ति प्रदान करता है।सोठ कालीमिर्च और पीपल का संयोजन पाचन में सहायता करता है और कब्ज दूर करता है। ये तासीर में गरम इसलिए कफ से दूर रकता है।
५) मारिचा काली मिर्च का दूसरा नाम है। ये वात हर,ज्वारनसक,कृमिहर और एंटीपीरिओडिक है। ये हमे शक्ति प्रदान करता है बुखार रोकने में।

आयुर्विन नुट्रीगेन पाउडर के लाभ या फ़ायदे ( Benefits of Ayurwin Nutrigain Powder in Hindi)

१)यह शरीर में पित्त बढ़ाता है।
२) इसके सेवन से ज्यादा एनर्जी मिलती है।
३) यह एक्टिव रखने में सहयोगी है।
४) यह वज़न या चर्बी को बढ़ाता है।
५) स्राव होता है, जिससे पाचन बेहतर होता है।
६) यह आम दोष दूर करता है।

आयुर्विन नुट्रीगेन पाउडर के चिकित्सीय उपयोग ( Uses of Ayurwin Nutrigain Powder in Hindi)

१) फिटनेस के लिए / Maintaining Fitness
२) वज़न बढ़ाने के लिए / To Gain Weight
३) भूख, पाचन और अवशोषण को बढ़ाने
४) कम वज़न / Under Weight
५) बॉडी बिल्डिंग / Muscles Building

सेवन विधि और मात्रा आयुर्विन नुट्रिगइन (Dosage of Ayurwin Nutrigain Powder in Hindi)

करीब 25 gm (2 scoops) Nutrigain को 50 ml गर्म दूध में डालें और मिलायें। इसमें 150 ml दूध
और मिलाएं। अगर ज़रूरत हो तो चीनी मिला लें।इसे दिन में दो बार ले।

नुट्रिगइन के साइड एफफ़ेक्ट्स (Contraindications, Interactions, Side-effects and Warnings Nutrigain Powder)

१) इसमें त्रिकटु या त्रिकुटा है जो की तासीर में गर्म है। यदि शरीर में पित्त रोग हैं, अधिक गर्मी है,ब्लीडिंग डिसऑर्डर-a ulcers है तो इसका सेवन सावधानी से करें।
२) इसे अधिक मात्रा में न खाएं। ज्यादा मात्रा में सेवन पेट दर्द, लूज़ मोशन, उलटी, एसिडिटी कर
सकता है।
३) गर्भवती महिलायें, स्तनपान कराने वाली माताएं और मधुमेह के रोगी इसका सेवन न करें।
४) सेवन की मात्रा और दवा खाने के परिणाम, पाचन, उम्र तथा अन्य कारकों पर निर्भर हैं।
५) यह 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के सेवन के लिए नहीं है।
६) अगर लैक्टोस इन्टोलेरेंस हो तो पानी में मिलाकर लें।
७) इसे सुबह और शाम लें।
८) इसे भोजन करने के बाद लें।
९) इसके सेवन के दौरान कम से कम आधे-एक घंटे का व्यायाम ज़रूरी है।
१०) पानी पर्याप्त मात्रा में पियें। लस्सी, छाछ का सेवन करें।
११) परिमाण कुछ महीने में दिखते हैं। रिजल्ट्स सभी के लिए एक जैसे नहीं हो सकते।
१२) इसे ठंडी, सूखी जगह पर रखें।
१३) प्रत्यक्ष सूर्य के प्रकाश से दूर रखें।
१४) फ्रिज में न रखें।
१५) हर प्रयोग के बाद जार कसकर बंद करें।
१६) कंटेनर खोलने के बाद 1 महीने से डेढ़ महीने के भीतर का प्रयोग करें।

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